Ram Mandir: राम जन्मभूमि अयोध्या (Ram Janmabhoomi Ayodhya) अपने आराध्य श्री राम को फिर से अपने आंगन में देखने के लिए उत्साहित है। एक बार फिर से श्री राम अयोध्या जी मे आने वाले हैं। 22 जनवरी को मनाये जाने वाले इस महोत्सव की तैयारी सम्पूर्ण देशभर में की जा रही है।
22 जनवरी को अयोध्या जी मे श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है और इसके लिए कई निमंत्रण बांटे जा चुके है। 23 जनवरी से यह मंदिर भक्तो के लिए निर्बाध रूप से खोल दिया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी के साथ साथ मंदिर निर्माण कार्य भी जोर शोर से चल रहा है। जानकारी के लिए बता दें मंदिर अभी भी पूरी तरह से तैयार नही है पर जल्द ही यह भव्य मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा।
मंदिर के निर्माण के कुछ विशेष तथ्य
Ram Mandir की निर्माण शैली
- इस भव्य मंदिर के निर्माण की बात करें तो यह मंदिर नागर शैली में बनाया जा रहा है।
- यह मंदिर 250 फ़ीट चौड़ा, 380 फ़ीट लम्बा और 161 फ़ीट ऊंचा बनाया जा रहा है।
- इसे नागर शैली के अंतर्गत गुर्जर चालुक्य शैली में बनाया जा रहा है।
- इस मंदिर का मूल डिज़ाइन उसी परिवार ने बनाया है जिस परिवार ने सोमनाथ मंदिर का डिज़ाइन बनाया था।
- यह मंदिर वास्तू शास्त्र और शिल्प शास्त्र का अनूठा संगम होने वाला है।
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नागर शैली में बने अन्य मन्दिर
- आपकी जानकारी के लिये बता दें नागर शैली में बनाये गये कितने ही मंदिर दुनिया के महान अचरज में से एक माने जाते हैं, जिनमे मुख्यत कोणार्क का सूर्य मंदिर, मध्य प्रदेश का कंदरिया महादेव मंदिर, गुजरात का ओसियां मंदिर इत्यादि।
Ram Mandir परिसर में अन्य मन्दिर
- बात करें Ayodhya Ram Mandir के पास के परिसर की तो मंदिर के पास ही पौराणिक काल का सीताकूप है ।
- और इसी परिसर में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वमित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, माता शबरी, देवी अहिल्या के मंदिर बनाएं जा रहे हैं।
- और यही रामायण के सबसे जरूरी पात्र महान जटायु जी की प्रतिमा भी स्थापित की जा रही है।
- इसी के साथ मंदिर के दक्षिण पश्चिम हिस्से में महादेव का पौराणिक मंदिर था जिसका जीर्णोद्धार किया गया है।
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आइये जानते है अब मंदिर की बनावट के बारे में
- Ram Mandir को बनाते हुए वास्तु कला और शिल्प कला को ध्यान में रखा जा रहा है।
- मंदिर को तीन मंजिला बनाने की योजना बनाई गई है, हर मंजिल की ऊँचाई 20 फ़ीट रखी जायेगी।
- वहीं मंदिर में कुल 392 खम्भे बनाये गए हैं और इन खम्भों पर 9800 मूर्तियाँ बनाई गई है।
- इसी के साथ ही मंदिर की दीवारों पर भी 10,000 से ज्यादा मूर्तियां गढ़ी गई हैं।
- मंदिर में कुल 44 दरवाजो का निर्माण किया गया है।
- और मंदिर के चारो ओर आयताकार परकोटे बनाये गए है।
- यह परकोटे मुख्यत परिक्रमा के लिए बनाए गए है ताकि भक्तगण परकोटे से परिक्रमा करते हुए मंदिर में विराजित श्री राम को देख सकें।
- परकोटे में कांसे के लगभग 100 पैनल लागये गए है जिनमे भगवान राम के जीवन का वर्णन मिलता है।
मन्दिर का गर्भगृह
बात करें Ram Mandir गर्भगृह की तो राम मंदिर का गर्भगृह विष्णु को समर्पित मंदिर है इसलिए वास्तुशास्त्र अनुसार गर्भगृह अष्टकोणीय बनाया जा रहा है।
मन्दिर के अन्य कक्ष
वहीं मंदिर में एक प्रार्थना कक्ष, एक शैक्षिक कक्ष, और एक संग्रहालय बनाया जा रहा है। मंदिर इतना विशाल होगा कि एक बार मे 70,000 से अधिक लोग मंदिर परिसर के अंदर आ सकते है।
पांच मंडपों की विशेषता
- Ram Mandir निर्माण में तीन मंजिलों में पांच मंडप बनाये जा रहे हैं । नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप, कीर्तन मंडप।
- नृत्य मंडप जहां भगवान से जुड़े भजनों पर नृत्य होगा।
- वहीं रंग मंडप में भगवन श्री राम के जीवन पर कथाओं को नाटकीय रूप में दिखाया जाएगा।
- सभा मंडप में मंदिर से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
- वही प्रार्थना और कीर्तन मंडप में अखण्ड कीर्तन और रामायण पाठ होगा।
Ram Mandir के दरवाजे भी है विशेष
- अयोध्या में राम जी का भव्य मंदिर बन रहा है और दरवाजे विशेष न हों ये कैसे हो सकता है।
- इसलिए श्री राम जन्म संस्थान ने दरवाजे बनाने का काम तमिलानाडु के कारीगरों को दिया है।
- तमिलनाडु जो अपनी शिल्प कला के लिए जाना जाता है वहीं के कारिगर मंदिर के दरवाजे बनायेगे।
- इन दरवाजो पर विशेष कारीगरी की जा रही है। जिससे Ram Mandir की शोभा और बढ़ जाएगी।
- रामलला के बाल मूर्ति वाले गर्भगृह के दरवाजे भी बेहद ही सुंदर बनाए गए हैं। इनपर सुंदर चित्रों को उभारा गया है जिससे ये और भी ज़्यादा सुंदर प्रतीत होते हैं ।
Ram Mandir की अन्य विशेषताएं
- मंदिर में फिलहाल केवल निचले मंजिल का काम पूरा हो चुका है और यहीं पर राम दरबार और गर्भगृह है।
- पहले और दूसरे फ्लोर पर काम अभी शुरू है ।
- मंदिर में जाने के लिए श्रद्धालुओं को 32 सीढियां चढ़नी पड़ेंगी।
- दिव्यांग और वृद्धजन के लिए मंदिर में रैंप और लिफ्ट बनाई गई है। जिससे उन्हें दर्शन में और मंदिर परिसर घूमने में असुविधा न हो।
निष्कर्ष: Ram Mandir
इस प्रकार श्री राम मंदिर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मंदिर बन जायेगा जो अपने आप मे भक्ति आस्था और संघर्ष का उदाहरण है।